


संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस में शहर-जिला अध्यक्ष की नियुक्ति हुई। रायशुमारी को ताक पर रखकर हुई नियुक्तियों का विरोध जारी है। आने वाले समय में शहर कांग्रेस की मुश्किलें कम नहीं होंगी। दिल्ली से निर्देश हैं कि तीन महीने में वार्ड से लेकर शहर की कार्यकारिणी बनाई जाए। अध्यक्ष के विरोध के बीच कार्यकारिणी बनाना और भी चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि पहले असंतुष्टों से समन्वय बनाना होगा। पूर्व अध्यक्ष इसी के चलते अपनी कार्यकारिणी घोषित नहीं कर पाए थे।
इंदौर शहर और जिला अध्यक्ष पर मचा बवाल
कांग्रेस ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे और जिला अध्यक्ष विपिन वानखेड़े को बनाया है। पहले दिन से दोनों का विरोध हो रहा है। इसका असर 4 सितंबर को कलेक्ट्रेट पर हुए प्रदर्शन में भी दिखा। नेताओं में असंतोष के बीच कार्यकारिणी का गठन मुश्किल लग रहा है।
नेताओं को साधना होगा
चौकसे और वानखेड़े को अध्यक्ष बने अगले सप्ताह एक महीना हो जाएगा। कार्यकारिणी घोषित करने की टाइमलाइन तीन माह है। सबसे पहले शहर कार्यकारिणी और फिर ब्लॉक, वार्ड व मंडल में नियुक्तिया की जानी हैं। इसमें समय लगेगा। पहले नाराज नेताओं को साधना होगा।